धुरकी(गढ़वा)/बेलाल अंसारी
थाना प्रभारी सदानंद कुमार ने शुक्रवार को धुरकी थाना सहित सभी ग्रामीण क्षेत्र के नागरिको को आकाशीय वज्रपात से बचने और सावधानी बरतने की अपील की है। थाना प्रभारी ने चिकित्सीय सलाह के अनुसार बताया की वज्रपात का असर इंसान के शरीर पर बहुत अधिक होता है। बिजली के चपेट में आने से शरीर पर डीप बर्न हो जाता है, जिससे टिशूज को नुकसान होता है और साथ ही इसका असर इंसान के नर्वस सिस्टम पर भी पड़ता है, जिससे दिल का दौड़ा पड़ जाने से व्यक्ति की मौत हो जाती है। वज्रपात के असर से शरीर में अपंगता का भी खतरा होता है। थाना प्रभारी ने थाना वासियों से कहा है की वज्रपात से बचने के उपाय ही एकमात्र बचाव है। उन्होने कहा की वज्रपात से बचाव के लिए किसी ऊंचे क्षेत्र में न जाएं क्योंकि बिजली गिरने का सबसे अधिक खतरा वहीं होता है. अगर किसी खुले स्थान में हो तो वहां से किसी पक्के मकान में तुरंत चले जाएं और खिड़की एवं दरवाजों से दूर रहें घर में पानी का नल, फ्रिज, टेलीफोन आदि बिजली के उपकरणों से भी दूर रहें और उन्हें बंद कर दें। वहीं बिजली के पोल और टेलिविज़न या मोबाईल टावर से दूर रहें बिजली की चमक या बादलों के गरजने की आवाज सुनकर किसी पेड़ के नीचे नहीं जाने के लिए कहा है तथा एक जगह पर कोइ भी व्यक्ति गर्जन के समय समूह में खड़े नही हों, कम से कम सभी लोग एकदुसरे से 15 फीट का सोशल डिस्टेंस दूरी बनाए रखना सबसे जरूरी बचाव है।
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