धुरकी(गढ़वा)/बेलाल अंसारी
प्रखंड क्षेत्र के कई इलाकों में हाथियों के झुंड द्वारा फसल को नष्ट कर दिया गया था। जिसे लेकर नुकसान का आकलन करने शनिवार को वन विभाग की टीम धुरकी पहुंची। डीएफओ एबिन बेन्नी इब्राहम के नेतृत्व में रेंजर प्रमोद कुमार, वनपाल प्रमोद कुमार यादव के अलावे अन्य कर्मियों ने कनहर नदी के तटीय इलाकों में जाकर नुकसान का जायजा लिया। इस दौरान टीम ने पीड़ित किसानों से भी बातचीत किया। इस दौरान डीएफओ ने अंम्बाखोरया पंचायत के परासपानी कला गांव, भंडार पंचायत के कई गांव के अलावे खुटिया पंचायत के शुरू, सेमरवा, परासपानी खुर्द, भुमफोर सहित अन्य गांवों का मुआयना किया। डीएफओ ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि हाथियों द्वारा किये गए नुकसान की भरपाई वन विभाग की टीम करेगी। साथ ही ग्रामीणों से कहा कि हाथी जंगल से गांव आते हैं तो उससे छेड़छाड़ ना करें, ताकि हाथियों से जानमाल की नुकसान ना हो। हाथी के गांव में आने के बाद किसी तरह का पटाखा का उपयोग ना करें। उसे भगाने का प्रयास खुद से ना कर वन विभाग को सूचित करें। उन्होंने कहा कि हाथियों के झुंड से जो भी फसल नष्ट हुआ है, उसका अवलोकन कर सरकार को भेजेंगे। फसल की क्षतिपूर्ति के लिए हम लोग प्रयास करेंगे। डीएफओ ने पीड़ित किसानों को आवेदन के लिए फार्म भी दिए। फसल नष्ट के विषय में इसे भरकर देने की बात कही। विदित हो कि 12 दिनों से हाथियों का झुंड प्रखंड क्षेत्र के कनहर तटीय इलाकों में रहने वाले किसानों की खेती को नष्ट कर रहे हैं। और बेखौफ होकर गांव में विचरण करते हैं। जिससे जहां किसानों को अपनी फसल नष्ट होने की चिंता है, वही जानमाल की क्षति होने की भी चिंता सता रही है। उल्लेखनीय है कि अब तो प्रखंड क्षेत्र के कई गांव मिलाकर लगभग 25 एकड़ में लगे तील, मक्का, धान, अरहर की फसल को हाथियों के झुंड ने नष्ट कर चुके हैं।
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