विशुनपुरा(राजु सिंह)/राजू सिंह
सरांग पँचायत के पुरवारा टोला में पंचायत समिति के 15 वें वित से लगने वाला जलमीनार भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ गया है। इस योजना के नाम पर लगभग 2, 49, 000 की निकासी कर ली गई है। लेकिन अभी तक निर्माण कार्य नहीं हुआ है। जिससे प्रतीत होता है कि योजना में भ्रष्टाचार हावी है। इस टोले के रघु सिंह के घर के पास जलमीनार निर्माण करना था। जिसके लिए लगभग 2 लाख 49 हजार रु की निकासी भी हो गई। लेकिन योजना धरातल पर नहीं दिख रहा। इस टोले पर 10 घर के लभगभ 50 लोग रहते है।
ग्रामीण बलिराम सिंह, देवराज सिंह, मुखलाल पासवान, अवधेश सिंह, अमरेंद्र सिंह, दुर्गेश सिंह, वीरेंद्र सिंह, योगेंद्र सिंह, विक्रांत पासवान, रघु सिंह, बिमला देवी, सांवरिया देवी, पूनम देवी, अनारकली देवी, सिंपति देवी, रेखा देवी, देव सिंह, साकेत कुमार सिंह सहित ग्रामीणों ने बताया कि जलमीनार लगवाने के लिए रघु सिंह से जमीन का रसीद भी लिया गया है। यहाँ लोगो को पानी पीने के लिए इसका लाभ नही मिल रहा है।
लोगो ने खबर देख कर जलमीनार बेचने व भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उनलोगों ने कहा कि सरांग गांव के बलराम साह द्वारा प्रमुख दीपा कुशवाहा के कहने पर रघु सिंह से जमीन का रसीद ले जाया गया था। रघु के अनुसार ग्रामीणों से कहा गया कि प्रमुख द्वारा आपके दरवाजा पर जलमीनार लगाया जाना है। हमलोग काफी खुश थे। लेकिन अब लग रहा है कि हमलोगों के साथ धोखा हुआ है।यह योजना वित्तीय वर्ष 2024/25 का प्लान में भी चढ़ा हुआ है। लेकिन अभी तक प्रमुख द्वारा हमारे दरवाजा पर जलमीनार नही लगाया गया और फर्जी निकासी कर ली गई। हमलोग इंतजार ही कर रहें हैं। उनलोगों ने पदाधिकारी से मांग किया है कि सबसे पहले रघु सिंह के घर के पास जलमीनार लगवाया जाए। साथ ही इसमे दोषी लोगो पर कानूनी कार्यवाई की जाए। ग्रामीणों ने कहा कि इस कार्य में प्रमुख के साथ पदाधिकारी भी लिप्त हो सकते हैं।
मालूम हो कि जलमीनार निर्माण योजना का भुगतान 3 अक्टूबर को एफ़टीओ जनरेट कर किया गया है। जबकि 3 तारीख को सरकारी छुट्टी होने के बावजूद भी कर्मियों की लापरवाही से भुगतान कर दिया गया है। भुगतान प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं बीपीआरो के डोंगल से पेमेंट किया गया है।
इस संबंध में पूछे जाने पर विधायक का हवाला देते हुए विशुनपुरा प्रमुख दीपा कुमारी ने बताया कि जिस जगह योजना लगवानी थी उस जगह विधायक द्वारा जलमीनार निर्माण का बात सामने आया था। इसलिए जल मीनार को दूसरे स्थान पर लगा दिया गया है।
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