विशुनपुरा(गढ़वा)/राजु सिंह
देश के महान संत जीयर स्वामी जी महाराज ने कामता गांव के श्री श्री अष्टभुजी कामेश्वरी माता मंदिर पहुंच कर आरती किया। आरती के पश्चात श्री स्वामी जी ने धर्म की विशेषताएं बताई।
उन्होंने कहा कि जिज्ञासा ही धर्म होती है। बिना जिज्ञासा के मजहब हो सकती है। उन्होंने कहा कि नीचा दिखाने के लिए कोई यज्ञ नही होती है। मंदिर जाना, नदियों में स्नान करना, पूजा करना भी धर्म है। जब तक 10 भाव हमारे अंदर नही होती तब तक धर्म नही होती है। धैर्य, क्षमा, दम, अनीति,सोच , साईंयम , सत्य, दूसरे को नुकसान पहुचाने के लिये क्रोध नही करना, जहाँ अमंगल होता हो वहाँ क्रोध होता है।
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सत्य ही सनातन धर्म है। गिरने से कोई बचा ले वही धर्म है।
वहीं इस कार्यक्रम को लेकर उपाध्यक्ष पंकज सिंह सदस्य रूपेश सिंह, भोला सिंह, टिंकू सिंह ने बताया कि श्री जीयर स्वामी जी महाराज जी का कार्यक्रम को लेकर चार महीना पहले से हम लोग लगे हुए थे। जो आज स्वामी जी को आने से विशुनपुरा प्रखंड धन्य हो गया।
इस मौके पर धीरेंद्र चौबे, गढ़वा जिला धर्माचार्य राधेश्याम पांडे, विश्वहिंदू परिषद अध्यक्ष सुरेंद्र यादव, प्रखंड धर्माचार्य रविंद्र मिश्रा ,नवल किशोर गुप्ता, गौरी शंकर गुप्ता, महेंद्र गुप्ता, कामख्या नारायण सिंह, अरविंद प्रताप देव, प्रशांत गुप्ता, सूरज सिंह, सुनील गुप्ता, सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।
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