विशुनपुरा, गढ़वा | संवाददाता: राजु सिंह
विशुनपुरा थाना क्षेत्र के पिपरकला अंबेडकर नगर में अंधविश्वास के कारण एक महिला की जान चली गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, फूलबसिया देवी (उम्र लगभग 50 वर्ष), पति भोला राम को सोमवार की दोपहर करीब तीन बजे घर में ही सर्पदंश हो गया। परिजन उन्हें अस्पताल ले जाने के बजाय झाड़-फूंक के लिए ले गए। समय पर उचित इलाज न मिलने के कारण उनकी हालत बिगड़ती गई और मंगलवार सुबह लगभग आठ बजे उनकी मृत्यु हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही विशुनपुरा थाना प्रभारी राहुल सिंह दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। अंत्यपरीक्षण के बाद शव परिजनों को सौंपा गया, जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार बांकी नदी किनारे किया गया। घटना के बाद पूरे परिवार में शोक की लहर है।
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थाना प्रभारी राहुल सिंह ने घटना पर दुख जताते हुए क्षेत्रवासियों से अपील की कि वे अंधविश्वास के फेर में न पड़ें और किसी भी विषैले जीव के काटने पर तुरंत अस्पताल जाकर इलाज कराएं। उन्होंने कहा कि “श्रावण और भादो जैसे बरसात के मौसम में सर्पदंश की घटनाएं आम होती हैं, और समय पर इलाज न मिलने पर जान भी जा सकती है।”
उन्होंने यह भी बताया कि किसी आपात स्थिति में लोग डायल 112 या उनके मोबाइल नंबर 6388600257 पर सीधे संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों से विशेष रूप से अनुरोध किया कि सर्पदंश को हल्के में न लें और बिना देर किए चिकित्सा सुविधा प्राप्त करें।
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आज भी कई ग्रामीण क्षेत्रों में आपात स्वास्थ्य स्थितियों में लोग झाड़-फूंक और अंधविश्वास पर भरोसा करते हैं, जिससे कई बार जानलेवा हालात बन जाते हैं। प्रशासन द्वारा बार-बार चेतावनी देने के बावजूद ऐसी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं।
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