भवनाथपुर(गढ़वा)। भवनाथपुर थाना क्षेत्र के गरदा गांव में बीती रात प्रतिबंधित पशु की हत्या करने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी सुलेमान अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है। मामला प्रकाश में आने के बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आई। और त्वरित कार्यवाई करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के दबिश देने लगी। वही एहतियातन क्षेत्र में पुलिस की गश्ती भी बढ़ा दी गयी है।
स्थानीय लोगो के अनुसार पंडरिया पंचायत के गरदा गांव में बीती रात दस बजे करीब महुआ पेड़ के नीचे से खट खट की आवाज सुनाई दिया। आवाज सुनने के बाद धर्मदेव यादव बाहर निकले तो देखा कि महुआ के पेड़ के नीचे कुछ लोग एक मवेशी को पेड़ से बांधकर काट रहे हैं। इसके बाद भय से वापस अपने घर आए और अपने बड़े भाई जय गोविंद यादव को सूचना दिया। दोनों भाई वहां से पहुंचे तब तक सभी आरोपी प्रतिबंधित मांस के साथ भाग चुके थे। धर्मदेव यादव ने बताया कि आरोपियों को भागने के बाद पशु का दोनों पैर वही पड़ा हुआ था जिसे लेकर वे घर ले आए। उन्होंने बताया कि उसी रात कुछ घंटे बाद आरोपी लोग घर आकर माफी मांगने लगे, दोबारा गलती नहीं करेंगे। पशु का पैर हमको वापस कर दीजिए। सुबह इसकी सूचना थाने को दी गई। जब्त पशु का पैर धर्मदेव यादव ने थाने को सुपुर्द कर दिया। घटना के सूचना मिलते ही प्रभारी पुलिस निरीक्षक राजेश कुमार, थाना प्रभारी सतीश कुमार महतो, ए एसआई मानिकचंद राम दल बल के साथ गरदा गांव पहुंचे। और एक आरोपी सुलेमान अंसारी को गिरफ्तार कर लिया। वही घटना के अन्य 6 आरोपी अभी फरार है। सभी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी अभियान चला रही है।
स्थानीय लोगो के अनुसार 15 दिन पूर्व जय गोविंद यादव का एक पशु गायब हो गया था। आशंका व्यक्त की जा रही है कि उक्त अभियुक्त ने ही घटना को अंजाम दिया होगा। ग्रामीणों ने सुलेमान अंसारी, साबिर अंसारी, कुर्बान अंसारी, कासिम अंसारी, दिलदार अंसार , अमानत अंसारी और नवीर अंसारी के विरुद्ध स्थानीय थाने में आवेदन दिया है।
वही इस घटना के बाद लोगो मे आक्रोश देखा जा रहा है।
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