भवनाथपुर(गढ़वा)/जुल्फिकार
सरकारी स्कूलों में सरकार के द्वारा गरीब बच्चो को भोजन व छात्रवृति राशि में डाका का मामला तो आये दिन आ रहे है, लेकिन इधर उन बच्चो को मिलने वाले पोशाकों पर भी बिचौलियों की गिद्ध दृष्टि लगी हुई है। ड्रेस क्रय में बिचौलिया के द्वारा विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष व प्रधानध्यापको को 15 से 25 प्रतिशत कमीशन का प्रलोभन खुलेआम दिया जा रहा है। जिसके कारण उक्त पोशाकों की गुणवत्ता क्या होगी, इसका बखूबी अंदाजा लगाया जा सकता है। इस गोरख धंधे में सबसे ताज्जुब की बात यह है कि जिनके ऊपर समाज मे हो रहे गड़बड़ियों व कमियों को उजागर करने का भार है, वैसे लोग खुद इस धंधे संलिप्त है। सुबह से रात्रि तक विद्यालय के अध्यक्ष सचिव के आगे-पीछे घूम रहे है। जिसके कारण अन्य लोग भी बिचौलियों के साथ हो गए है। जानकारी के मुताबिक भवनाथपुर प्रखण्ड में 57 विद्यालय है, एक और दो क्लास में 2482 बच्चे हैं। जिनके लिए पोषक के एवज में लगभग 14 लाख आवंटित हुआ है। प्रत्येक बच्चे को दो सेट ड्रेस, जूता, मोजा व स्वेटर का वितरण करना है।
*पोषक आपूर्ति में दो सप्लायर है सक्रिय*
भवनाथपुर में सरकारी स्कूल में ड्रेस सप्लाई के धंधे में दो सप्लायर सक्रिय हैं, जिनका जिला स्तर से लेकर प्रखण्ड के शिक्षा विभाग के लोगो के साथ मिलीभगत की चर्चा है। साथ ही स्कूल के हेडमास्टर पर ड्रेस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। सप्लायर रमना के अल्होदा ड्रेडर्स व मेराल के आर के इंटरप्राइजेज के द्वारा सप्लाई किया जा रहा है
*क्या कहते है जिला शिक्षा अधीक्षक*
इस संबंध में पूछे जाने पर जिला शिक्षा अधीक्षक मिथिलेश करकट्टा ने कहा कि हमें जानकारी नहीं है। ऐसा मामला है तो, जांच किया जाएगा। जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर कार्रवाई कि जाएगी।
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