विशुनपुरा(गढ़वा)/राजु सिंह
वित्त रहित संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर आरआरपीडी उच्च विद्यालय विशुनपुरा के शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मी अनुदान देने और वित्तरहित शिक्षा नीति समाप्त करने की मांग करते हुए वित्तरहित शिक्षा नीति का पुतला दहन किया। मौके पर प्रधानाध्यापक नागेंद्र पांडेय ने कहा कि सरकार एक तरफ समान काम के बदले समान वेतन की बात करती हैं।वही दूसरी तरफ वित्तरहित शिक्षकों के समक्ष दोहरी नीति के कारण भुखमरी के कगार पर हैं।इससे संबंधित संचिका शिक्षा विभाग के कार्यालय में धूल फांक रही है। वार्ता के दौरान शिक्षा विभाग के सचिव के द्वारा आश्वासन दिया गया था कि वित्तिय वर्ष 2023-24 में वित्तरहित शिक्षा नीति के तहत नई नियमावली बनाने तथा चार गुना अनुदान देने का आश्वासन दिया गया था।जिस पर अभी तक कोई करवाई नही हुआ है जिससे शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियो में असंतोष है।जो दुःखद है।इस दौरान शिक्षकों ने सरकार के शिक्षा विरोधी नारे भी लगाये ।मोर्चा के आगामी कार्यक्रम में 31 जुलाई एक दिवसीय शैक्षणिक हड़ताल और 2 अगस्त को विधानसभा के समक्ष महाधरना,एवं 3 अगस्त को काला बिल्ला लगाकर अपने संस्थान में उपवास पर रहेंगे।मौके पर चंद्रशेखर यादव,अश्विनी मिश्रा, पंकज सोनी,मनीषा कुमारी,रामरती मेहता,भगवान यादव, विश्वनाथ प्रताप सिंह,कृष्णा राम,बीरेंद्र चन्द्रवंशी के नाम शामिल थे।
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