विसुनपुरा(गढ़वा)/राजू सिंह
मजदूरों को पलायन से रोकने और रोजगार सृजन को लेकर सरकार मनरेगा योजना पर मुख्य रूप से फोकस करते हुए लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की सपना देख रही है। वही विसुनपुरा प्रखंड में मनरेगा योजना में गड़बड़ी थमने का नाम नहीं ले रहा है।

प्रखंड के पतिहारी व अमहर खास पंचायत मे मनरेगा योजना के तहत डोभा निर्माण कार्य में मजदूरों के बजाय जेसीबी मशीन से खुदाई किए जाने का मामला प्रकाश में आया है।
पतिहारी पंचायत के ग्राम देवगुड़वा में मिनत हुसैन के खेत में डोभा निर्माण रातो रात जेसीबी मशीन से निर्माण कार्य कर लिया गया। इस योजना में 16,830 रु का भुगतान भी कर दिया गया है। वही ग्राम देवगुड़वा में बदत अंसारी के खेत मे डोभा निर्माण योजना में मजदूरों के बजाय जेसीबी मशीन से कार्य किया गया है। इस योजना में 74, 970 रु का भुगतान भी कर दिया गया है।
वही अमहर पंचायत में शम्भु बियार के खेत में डोभा निर्माण योजना में भी मसीन से कार्य कराया गया है।
इस योजनाओं में जेसीबी मसीन का निसान साफ दिख रहा है।
इन सभी योजनाओं को रातों-रात निर्माण कार्य पूरा कर लिया। मजदूर सिर्फ नेट पर कार्य करते दिख रहे हैं।
बताया जाता है कि उक्त सभी योजना निर्माण में जेसीबी मशीन का प्रयोग करने के मामले को लेकर विभाग के पदाधिकारी मौन हैं। आसपास के लोगों बताया कि मनरेगा योजना के तहत मशीन से निर्माण किए जाने वाला कई योजनाएं है। कार्य के बाद मनरेगा कार्य देखरेख करने वाले कर्मी जानकारी होने के बाद भी राशि का भुगतान कर दे रहे हैं।
इस संबंध में पूछे जाने पर बीडीओ हीरक मन्ना केरकेटा ने कहा कि जांच की जाएगी। दोषी पाए जाने पर मुखिया, पंचायत सेवक व रोजगार सेवक पर कार्यवाई की जाएगी।
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