सगमा(गढ़वा)/विनोद मिश्रा
प्रखण्ड क्षेत्र के स्कूलों में तय मीनू के अनुसार बच्चों को मध्यान भोजन नहीं मिल पा रहा है। जबकि सरकार बच्चों को पौष्टिक खाना के लिए काफी पैसे खर्च करती है। ताजा मामला कटहर खुर्द स्थित मिडिल स्कूल का है। स्थानीय लोगों की शिकायत पर हिंदुस्तान की आवाज के प्रतिनिधि जब स्कूल पहुंचे। इस दौरान स्कूली बच्चे मध्यान भोजन खा रहे थे। हालांकि मीनू के अनुसार सोमवार को अंडा या फल के साथ चावल, दाल, हरा सब्जी देना था। लेकिन अंडा नहीं दिया जा रहा था। वहीं इस दौरान
बच्चों ने मध्यान भोजन की गुणवत्ता का पोल खोल दिया। बच्चों ने कहा कि मीनू के अनुसार खाना नहीं मिलता है। मध्यान भोजन कर रहे बच्चो में आकाश कुमार, रूपेश कुमार प्रजापति, विकास कुमार, दीपक कुमार, अलियार प्रजापति, प्रियांशु कुमार, मनोज कुमार, दुर्गा कुमारी, निशु कुमारी, संगम कुमारी, काजल कुमारी ने बताया की विद्यालय में मीनू के अनुसार खाना नहीं दिया जाता है। प्रतिदिन चावल के मसूरी का दाल दिया जाता है। दाल में दाल कम पानी अधिक रहता है।
इस संबंध में प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रामजीत उराव ने पूछने पर बताया की अंडा अभी उबाला जा रहा है।
सबसे बड़ी बात है कि स्कूल के बगल में ही बीआरसी है। फिर भी इस तरह की अनियमितता समझ से परे है। इस संबंध में बीआरसी में मौजूद प्रखण्ड कार्यक्रम पदाधिकारी कविता कुमारी ने पूछने पर बताया कि बच्चो को मीनू के अनुसार खाना देना है। स्कूल अगर ऐसा नहीं करते है तो गलत है। इस संबंध में पूर्ण जानकारी प्राप्त कर मध्यान भोजन से संबंधित अनियमितता का जांच किया जाएगा। दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई किया जाएगा।
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