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पटना/हिन्दुस्तान की आवाज़
बेगूसराय गोलीकांड को लेकर जन अधिकार पार्टी (जाप) के सुप्रिमो पप्पु यादव ने भाजपा और प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। साथ ही प्रदेश सरकार को नसीहत दिया है कि अपराध रोकने के लिए यूपी की तर्ज पर अपराधियो पर बुलडोजर चलाइये। पटना में संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि सरकार पर सवाल उठाने वाले बीजेपी के नेताओं की हत्यारों के खिलाफ बोलने की ताकत क्यों नहीं है। उन्होंने कहा कि इस कांड में जिस लुस्की का नाम आ रहा है उसका केंद्रीय मंत्री और बाजेपी के कुछ नेताओं से संबंध रहे हैं। इसकी जांच हो, तो सबकुछ साफ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अपराधी की कोई जात नहीं होती और अपराध को संरक्षण देने वाले नेता की कोई जमीर नहीं होती है। आप राजनीति कीजिए और जरूर कीजिए लेकिन बिहार को बदमान मत कीजिए।
मृतक और घायलों के परिजन से मिलने बेगूसराय रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि ये लम्बी-लम्बी बात करने वाले नेता हैं। मौका देखकर घड़ियाली आंसू बहने वाले नेता हैं। इनसे कुछ होने वाला नहीं है।
पप्पु यादव ने कहा कि जो लोग ये कह रहें हैं कि अपराधी साइको था तो उन्हें मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि दो मोटरसाइकिल पर सवार चारों के चारों अपराधी साइको नहीं हो सकते। ये पूरी तरह से बेखौफ अपराधी है। इसी ने पटनासिटी में दो घंटे तक गोलियां चलाकर तीन लोगों की जान ले ली थी। किसी को इसकी खबर क्यों नहीं है और कैसे ये खुलेआम सड़कों पर कत्लेआम मचा रहा है। ये कुछ नेताओं के संरक्षण में रची जा रही साजिश है, जिससे बिहार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। पिछले तीन महीनों में पटनासिटी में 11 हत्याएं हुईं। क्या नंदकिशोर यादव कहीं गए। आजतक नहीं गए। नित्यानंद राय के क्षेत्र का भी यही हाल है। बेगूसराय में तीन-तीन, चार-चार मुखिया की हत्या हुई। 11 व्यवसाइयों की हत्या हुई। गिरीराज सिंह कहीं नहीं गए। सभी घटनाओं में पप्पू यादव पीड़ित परिजनों के साथ खड़ा रहा।
पप्पु यादव ने सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि घटना को लेकर सरकार ने तत्परता नहीं दिखाई। सिर्फ निलंबन से काम नहीं बनने वाला है। यूपी के तर्ज पर अपराधियों पर बुल्डोजर चलाइये। चाहे वह अपराधी नेता-मंत्री-विधायक हो या उसका संबंधि या किसी जाति-धर्म से जुड़ा व्यक्ति हो।
उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल पूछा है कि क्या मजबूरी है कि प्रभारी से लेकर एसपी-कलक्टर तक को नहीं बदला जा रहा है। मैं निवेदन करता हूं कि शासन को पटरी पर लाना है तो राजविंदर सिंह भट्टी को डीजी बनाइये। उन्होंने मांग की कि केंद्रीय मंत्री और पूर्व विधायकों के मोबाइल की जांच कराएं। मंत्रीमंडल में अपराधी छवि के नेताओं को बाहर निकालिए।
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