भवनाथपुर(गढ़वा)/जुल्फिकार
थाना क्षेत्र के अंतर्गत मकरी पंचायत के दूधमनिया जंगल के बहेरवाखाड़ी में ग्रामीणों के द्वारा जंगली जानवरों को तार के बने फांसे में फंसा कर मारने के लिए लगाए गये फांसे में बीती रात एक स्ट्राप हाईमा जानवर के फंसने से बुरी तरह घायल हो गया हैं। मीडिया द्वारा इसकी सूचना रेंजर प्रमोद कुमार ठाकुर को दी गई। रेंजर प्रमोद ठाकुर के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पहुंची। बड़ी मुश्किल से फंदे में फंसे जानवर को निकाला गया। फंदे में फंसने से स्ट्राप हाईमा जानवर का पैर एवं गर्दन पूरी तरह जख्मी हो गया। समाचार लिखे जाने तक गंभीर रूप से घायल जानवर का इलाज वन विभाग द्वारा किया जा रहा था।
वही क्लच तार से बनाए गए फंदे को जब्त कर लिया। वन विभाग के प्रभारी फॉरेस्टर ओम प्रकाश उरांव, राहुल सिंह, सचित कच्छप, सुनील राय, दयाशंकर सिंह, अरविंद मेहता, निशांत कुमार उपस्थित थे।
*वन्यजीवों की सुरक्षा पर खड़े हुए सवाल*
स्ट्राप हाईमा जानवर के फंदे में फंसने की इस ताजा घटना में वन्यजिवों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए। इस घटना से साफ है कि जंगल और गांव के सीमाओं पर फंदा लगाकर वन्यजिवों की धड़ल्ले से शिकार किया जा रहा है। इससे पूर्व में भी कैलान, बरवारी, घागरा, लहरहा के जंगलो में फंदा लगाकर जानवरों का शिकार किया जा चुका है। वन विभाग द्वारा शिकारियों को जेल भेजा गया है।
रेंजर प्रमोद ठाकुर से ने कहा कि घटनास्थल पर क्लच तार से बनाए गए फंदे किसी वन्यजिवों के शिकार के लिए लगाए गए थे। उन्होंने बताया कि मामले की जांच कर जो भी दोषी होंगे इन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।