भवनाथपुर(गढ़वा)/जुल्फिकार
क्या किसी की मौत दो बार हो सकती है ? आप कहेंगे नही। लेकिन सरकारी कर्मियों की कारगुजारियों को देखेंगे तो पाएंगे कि ऐसा हो सकता है। ऐसा ही मामला चपरी पंचायत में देखने को मिला है। गांव निवासी मोतीलाल साह के 27 वर्षीय पुत्र श्रीकांत कुमार की मौत 11 अगस्त 2022 को चेन्नई के पेरूनगड्डी के एमएसआर कंट्रक्शन के अधीन सेटरिंग कार्य में काम करने के दौरान हो गई थी। जिसका पेरूनगड्डी अपोलो अस्पताल से पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी बनाया गया है।
लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि उसी मृत युवक श्रीकांत को भवनाथपुर प्रखंड कर्मी की लापरवाही से एक बार फिर 11 अक्टूबर 2022 को मृत घोषित किया गया है। मृत घोषित कर मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत कर दिया गया है। इस कारण मृत युवक के परिजन को सरकारी सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। मृतक की पत्नी सुमन देवी ने पत्रकारों को बताया कि मैंने ब्लॉक में चेन्नई से आये हुए कागज जमा की थी, लेकिन मृत समय से दो माह बाद ब्लॉक कार्यालय से मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत कर दिया गया।
इस संबंध में बीडीओ जयपाल महतो से पूछे जाने पर कहा कि जांच कर जो भी दोषी होंगे, उन पर कार्रवाई करेंगे।
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