श्री बंशीधर नगर/उपेंद्र कुमार
1995 में “दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे” एक फ़िल्म आयी थी। फ़िल्म में शाहरुख खान(राज) और काजोल(सिमरन) की प्रेम कहानी को दर्शकों ने खूब सराहा था। फ़िल्म में सिमरन की शादी किसी और से कराई जा रही थी लेकिन सिमरन राज से बेइंतहा प्यार करती थी। सिमरन की शादी की रस्में निभाई जा रही थी, लेकिन इसी दौरान राज के साथ सिमरन भाग जाती है।
जी हां ऐसी ही कुछ कहानी श्री बंशीधर नगर के नरही गांव का है। रविवार रात दूल्हा बारात लेकर दुल्हन के घर पहुंचता है। बाराती बैंड बाजे के साथ नाच रहे थे। शादी का माहौल देखते बनता था। बाराती-घराती सभी शादी को लेकर खुश थे। वरमाला की तैयारी चल रही थी। इसी दौरान पता चला कि दुल्हन अपने प्रेमी के साथ फरार हो गयी है। फिर क्या था शादी उत्सव में अचानक सन्नाटा छा गया। किसी को कुछ समझ नही आ रहा था कि अब क्या होगा। जैसे ही यह दूल्हा व दूल्हे के परिजनों को मालूम चली नौबत मारपीट तक पहुंच गई। पंचायत ने मामले को सुलझाने का प्रयास किया लेकिन विवाद नहीं थमता देख पुलिस को खबर दी गई। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया।
श्री बंशीधर नगर के चचरिया निवासी सुरेंद्र प्रजापति के बेटे विनय प्रजापति की शादी नरही गांव निवासी श्रवण प्रजापति की बड़ी बेटी गुंजा कुमारी के साथ तय हुई थी। शादी को लेकर विनय सज-धज कर बारातियों के साथ दुल्हनियां को लेने नरही समय पर पहुंच गया। शादी की सभी तैयारियां नियत समय पर चल रही थी। बाराती मस्ती में नाच रहे थे। वरमाला की तैयारी चल रही थी। दूल्हे को वरमाला का इंतजार था। इंतजार पूरा होने से पहले ही दुल्हन की प्रेमी संग भागने की खबर मालूम चल गई। जिसके बाद बारात वापस लौट आयी।
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