श्री बंशीधर नगर/उपेंद्र कुमार
रमना थाना क्षेत्र के टंडवा में हुए विवाहिता शाहिदा हत्याकांड की कहानी किसी फिल्मी से कम नही है।
तमिलनाडु में रहने वाले शाहिदा के पति जैनुल ने सुनियोजित तरीके से हत्या की अंजाम दिया था। जैनुल तमिलनाडु से नगर उंटारी पहुंचता है। नगर उंटारी के एक दुकान से चाकू खरीदता है। फिर वह टंडवा स्थित अपने घर से कुछ दूरी पर पत्नी को बुलाता है। यही पर चाकू से वार कर अपनी पत्नी की हत्या कर देता है। हत्या के दौरान जांच को प्रभावित करने के लिए वह कंडोम सहित अन्य सामाग्री शव के पास छोड़ देता है ताकि लगे कि किसी ने दुष्कर्म के बाद महिला की हत्या कर दी है। हत्या के बाद जैनुल नगर उंटारी रेलवे स्टेशन पहुंचता है। यही पर वह हत्या के दौरान खून लगे कपड़े को फेंक कर ट्रेन से जबलपुर निकल जाता है। उसने ऐसा प्लान किया था कि तमिलनाडु से आने और वापस जाने की भनक तक किसी को नही लगी। लेकिन अपराध को अंजाम देने वाला कितना भी शातिर ना हो, पुलिस उसके गिरेबां तक पहुंच ही जाती है। ऐसा ही कुछ कहानी इस हत्याकांड में भी हुआ।
हत्याकांड का उद्भेदन करते हुए एसडीपीओ प्रमोद कुमार केशरी ने बताया कि जैनुल अंसारी को अपनी पत्नी शाहिदा बीबी के चरित्र पर शक था। जिस कारण उसने सुनियोजित तरीके से हत्या को अंजाम दिया। एसडीपीओ ने बताया कि हत्यारे जैनुल को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। साथ ही हत्या में प्रयुक्त चाकू, अभियुक्त का हत्या के दौरान पड़े खून के छींटे वाला कपड़ा, मोबाइल के अलावे ट्रेन टिकट बरामद किया है। एसडीपीओ ने बताया कि अभियुक्त ने हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर लिया है।
जैनुल तमिलनाडु में मजदूरी का काम करता था। वह अपनी पत्नी के पास जब भी कॉल करता उसका मोबाइल बिजी आता था। जिससे उसके किसी और से सम्बंध होने का शक था। इसी शक को लेकर जैनुल ने हत्या की प्लानिंग बनाई। अपनी पत्नी को कॉल कर मिलने की बात बताई। साथ ही वह कहा कि मैं तमिलनाडु से मिलने आ रहा हूं किसी को खबर नही होनी चाहिए। वह मिलकर तमिलनाडु चला जायेगा। तमिलनाडु से वह 28 मई को नगर उंटारी ट्रेन से पहुंचा। नगर उंटारी के एक दुकान से उसने चाकू खरीदी। फिर प्लान के मुताबिक टंडवा पहुंचकर घर से कुछ दूरी पर स्थित चौकीदारी महुआ के पास अपनी पत्नी को बुलाया। मिलने के बाद अपनी पत्नी पर चाकू से तबतक वार करते रहा जबतक शाहिदा की सांस रुक नही गयी। हत्या के बाद वहां से रात में ही जबलपुर निकल गया।
एसडीपीओ ने बताया कि हत्या के उद्भेदन के लिए एसपी के निर्देश पर टीम का गठन किया गया था। जिसमे एसडीपीओ प्रमोद कुमार केशरी, थाना प्रभारी कृष्ण कुमार कुशवाहा, एएसआई विवेक कुमार पंडित, महिपाल पूर्ति, आरक्षी शशिकांत उरांव, आरक्षी संजय हेम्ब्रम शामिल थे। अनुसंधान के दौरान हत्या का उद्भेदन किया गया। एसडीपीओ ने बताया कि जैनुल की गिरफ्तारी धुरकी थाना क्षेत्र से की गई। पूछताछ में उसने हत्या की बात कबूल कर ली।
प्रेस वार्ता में एसडीपीओ के अलावे रमना थाना प्रभारी कृष्णकांत कुशवाहा, विवेक पंडित भी मौजूद थे।
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