विशुनपुरा(गढ़वा)/राजू सिंह
पूरे देश सहित राज्य के सभी जिलों में गांधी जयंती के अवसर पर सफाई अभियान (स्वच्छता पखवाड़ा) शुरू किया गया है। इसके तहत रोजाना विभिन्न सरकारी तथा संगठनों द्वारा सफाई अभियान मुख्यालय के सार्वजनिक स्थलों एवम अंचल में चलाया जा रहा है, लेकिन महात्मा गांधी जयंती अवसर को स्वच्छत अभियान से जोड़ कर लोगों को स्वच्छता अभियान के साथ स्वच्छता का पाठ पढ़ाया जा रहा है। लेकिन दुर्भाग्य है कि महात्मा गांधी के नाम पर हो रहे इस अभियान में महात्मा गांधी की प्रतिमा का कोई सुध नही ले रहा है। हर जगह प्रखंडकर्मी, जनप्रतिनिधि सहित आम लोग टोपी पहन हाथ में झाड़ू लेकर सफाई कर रहे है। सफाई का फोटो वीडियो सोशल मीडिया में अपलोड किया जा रहा है। लेकिन विशुनपुरा स्थित गांधी चौक पर स्थापित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की प्रतिमा पर किसी का ध्यान नही है। प्रतिमा बदहाल स्थिति में है।
Advertisement
जबकि इसी चौक से प्रतिदिन पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का वाहन गुजरता है। किसी ने इस चौक पर लगे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की बदहाल प्रतिमा के बारे में ध्यान नही दिया।
इनके नाम पर स्वच्छता अभियान मनाने वाले प्रशासन और न ही किसी संगठन ने धूल से भरी महात्मा गांधी की प्रतिमा की सफाई के बारे में सोचा। सफाई के अभाव में आज भी यह उपेशित पड़ी है।
सरकार ने अक्तूबर में महात्मा गांधी की जयंती तक स्वच्छ अभियान चलाने की घोषणा की है। जिसके तहत सभी सरकारी स्तर से लेकर निजी संस्थाओं द्वारा स्वच्छता अभियान ( स्वच्छता पखवाड़ा) चलाया जा रहा है। इसके तहत सरकारी स्तर से लेकर निजी संस्था और राजनेता भी इस स्वच्छता अभियान मनाने के साथ लोगों को स्वच्छता का पाठ पढ़ा रहे है। लेकिन जिनके नाम पर चल रहा यह अभियान, उसकी प्रतिमा खुद सफाई के अभाव में उपेक्षित पड़ी है। यह अभियान के मुंह पर करारा तमाचा है।
विशुनपुरा गांधी चौक पर स्थापित प्रतिमा सफाई नही होना, राष्ट्रपिता की उपेक्षा है। केवल 2 अक्तूबर को गांधी जयंती के दिन उनकी प्रतिमा को साफ- सफाई कर विभिन्न राजनैतिक दल सहित विभिन्न संगठन माल्यार्पण करते है। जिसके बाद उन्हें उसी हाल में छोड़ देते है। इससे साफ पता चलता है कि सरकारी अधिकारी सहित विभिन्न राजनैतिक दल सफाई के प्रति कितने जागरूक है। इतना ही नहीं प्रशासनिक अधिकारियों का भी ध्यान गांधी जी के प्रतिमा की सफाई पर नही जा रहा है।
Advertisement
Advertisement