श्री बंशीधर नगर/उपेंद्र कुमार
अनुमंडल क्षेत्र में मिले स्वाइन फ्लू (H1N1) के मरीज की मौत हो गई है। वाराणसी में इलाज के दौरान शुक्रवार की रात मरीज ने अंतिम सांस ली। स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकॉल के अनुसार वाराणसी में ही दाह संस्कार किया जाएगा।
स्वाइन फ्लू केस मिलने को लेकर लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट है। मिली जानकारी के अनुसार खरौंधी प्रखंड क्षेत्र के एक व्यक्ति स्वाइन फ्लू संक्रमित पाया गया था। उक्त व्यक्ति का इलाज बनारस के एक निजी क्लीनिक में किया जा रहा था। बीमार होने के बाद अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था। जहां से बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया था। गढ़वा में भी उक्त व्यक्ति का इलाज हुआ। स्थिति ठीक नही होने पर परिजन उसे बनारस ले गए। बनारस में ही जांच के बाद स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई। बनारस के अस्पताल द्वारा इस संबंध में गढ़वा स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया गया। जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में हैं। उक्त व्यक्ति के संपर्क में आने वाले 24 लोगों का जांच के लिए सैंपल लिया गया है।
स्वाइन फ्लू (H1N1) एक संक्रमण है जो एक प्रकार के फ्लू (इन्फ्लूएंजा) वायरस के कारण होता है। इसे स्वाइन फ्लू इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह सूअरों (स्वाइन) को प्रभावित करने वाले फ्लू वायरस के समान है। यह वायरस सूअरों में फेफड़े (श्वसन) की बीमारी का कारण बनता है। स्वाइन फ्लू (H1N1) मनुष्यों में होने वाला श्वसन संक्रमण है।
स्वाइन फ्लू (H1N1) वायरस के कारण होता है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। जब कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो उसकी बूंदें हवा में चली जाती हैं। जब आप सांस के ज़रिए वायरस को अंदर लेते हैं, तो आपको संक्रमण हो सकता है। जब आप किसी दूषित सतह को छूते हैं और फिर अपने मुंह, नाक या आंखों को छूते हैं, तो भी आपको संक्रमण हो सकता है।
सूअर का मांस खाने से आपको H1N1 नहीं हो सकता।
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