भवनाथपुर(गढ़वा)। भवनाथपुर प्रखण्ड क्षेत्र के सरैया पंचायत में जेएसएलपीएस के एकेएम पद के चुनाव मे जमकर हंगामा हुआ। चुनाव में विभाग के अधिकारियों के पद के दुरुपयोग करने के वजह से ग्राम संगठन के सदस्यों के बीच आपसी द्वेष बढ़ गई है। दुबारा चुनाव के दौरान राजनीतिक अखाड़ा बन गया है।
सरैया पंचायत में एकेएम के पद पर शिला देवी पूर्व से कार्यरत थी जो त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लड़ने के कारण अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था। विभाग द्वारा एक नोटिस निकाला गया कि जो भी कैडर चुनाव के कारण अपने पद से त्यागपत्र दिए है। वो चाहे तो दुबारा काम कर सकते है। उसके लिए उन्हें ग्राम संगठन का चुनाव करा कर चयनित हो सकते हैं। इसकी बाद 7 जुलाई को ग्राम संगठन की सदस्यों की बैठक बुलाई गई जिस में विभाग के अधिकारियों के द्वारा चुनाव कराया गया। चुनाव में 3 उमीदवार बने जिसमें शिला देवी को 11, रीना देवी को 6 और कंचन देवी को कोई भी वोट नही मिला। जिसके बाद 9 जुलाई को ग्राम संगठन के अध्यक्ष गायत्री देवी सचिव सोनियां देवी, कोषाध्यक्ष चंद्रावती देवी ने प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को आवेदन देकर शिला देवी को चपरी गांव के निवासी बताते हुए फिर से चुनाव कराने की मांग की जिस पर 11 जुलाई को चुनाव कराने पहुचे अधिकारियों को जम कर हंगामा का सामना करना पड़ा और दुबारा चुनाव कराया गया।सोमवारको पंडरिया पंचायत कि मुखिया गायत्री देवी के उपस्थिति में चुनाव करवाया गयाl जहाँ रीना देवी को 14वोट मिले वही कंचन देवी को 3वोट मिले l इस मौके पर अनिल चौबे, वीरेंद्र, शाह, अनिल गुप्ता, घमेंद्र कुमाऱ, भरत शाह,चिंता देवी, रशीला देवी,बिन्दा देवी सहित केई लोग उपस्थित थे l
वी ओ के सदस्यों ने जबरन वोटिंग कराने का लगाया आरोप
सरैया आजीविका महिला ग्राम संगठन के सदस्यों ने 7 जुलाई के हुए चुनाव में चुनाव कराने आए अधिकारियों के ऊपर आरोप लगाया कि हम लोग 7 जुलाई को चुनाव के तैयार नही थे चुनाव कराने आए अधिकारी जबरन हमलोग को बोल कर वोटिंग कराए थे।
*राजनीतिक दबाव में कराया गया दुबारा चुनाव*
7 जुलाई को चुने गए ए के एम शिला देवी ने चुनाव विरोध करते हुए कहा कि बिना चुनाव निरस्त किए ही दुबारा चुनाव कराने का ए के एम शिला देवी ने जम कर विरोध किया। ए के एम शिला देवी ने विभाग के अधिकारियों के ऊपर आरोप लगाया कि विभाग के बीपीएम नीरज सिंह राजनीतिक दबाओ में अपने पद का दुरुपयोग करते हुए। 7 जुलाई की किया चुनाव को बिना रद किए ही दुबारा चुनाव करा दिया। अगर बीपीएम के द्वारा सुधार नही किया गया तो हम उपायुक्त के पास जाएंगे।
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