रमना(गढ़वा)राहुल कुमार
शीतलहर और कड़ाके की ठंड से रमना प्रखंड मुख्यालय सहित आसपास के लोगों का आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। कारण कि गुरुवार को रमना का न्यूनतम तापमान छह डिग्री और अधिकतम 20 डिग्री सेल्सियस रहा। उत्तर दिशा से आने वाली हिमालयी हवा से कनकनी बढ़ गई है। पूरे रमना प्रखंड शीतलहर की चपेट में है। कोहरा आवागमन पर असर डाल रहा है। बह रही शीतलहर ने जनमानस को कंपकपा दिया है। सर्द हवाओं से राहत पाने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे है। वही लोग गर्म कपड़ों से ढंके नजर आए। रात्रि में आम राहगीर और ठेला-खोमचा वाले लोग ठंड से परेशान दिखे। रमना सीओ सतीश कुमार सिन्हा के निर्देश पर रमना के दो स्थान के साथ परसवान और बहीयार मोड़ पर कुल चार स्थानों पर अलाव जलाया गया है।
*निजी विद्यालय आदेशों की उड़ा रहे हैं धज्जियां*
शीतलहर और ठंड के प्रकोप को देखते हुए सरकार ने सभी सरकारी-गैरसरकारी विद्यालयों के वर्ग एक से पांच तक छुट्टी आठ जनवरी तक घोषित कर दी है। लेकिन निजी विद्यालय संचालक सरकार के इस आदेश की खुलम-खुल्ला धज्जियां उड़ा रहे हैं। स्थिति यह है कि रमना प्रखंड के सरकारी स्कूलो को छोड़ कर किसी निजी विद्यालयों ने इस आदेश को नही माना, जिसका खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। विदित हो कि स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग प्राथमिक शिक्षा निदेशालय के द्वारा तीन जनवरी को आदेश जारी करते हुए कहा गया था कि शीतलहरी को देखते हुए प्रदेश के सभी सरकारी विद्यालयों मे वर्ग एक से पांच तक शैक्षणिक आठ जनवरी तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है।जबकि शिक्षक विद्यालय मे बनें रहेंगे।जबकी इसी तिथि मे आदेश मे संशोधन करते प्रदेश के सभी सभी सरकारी, गैर-सरकारी स्कूल वर्ग एक से पांच तक का शैक्षणिक कार्य आठ जनवरी तक बंद रखने निर्णय लिया गया है। नौ जनवरी से सामान्य रुप से कक्षाए संचालित होगी। जबकि सरकार के इस आदेश के बावजूद निजी संस्थानों ने प्राथमिक स्तर के शैक्षणिक गतिविधियों को बंद नही किया है।
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