गढ़वा/हिन्दुस्तान की आवाज़
नवजात की कचड़े के ढेर मे फेके जाने एवं जलाने के मामले मे हूई बड़ी कार्यवाई हुई है। एसडीएम के जाँच के बाद दो एएनएम व एक दाई पर प्राथमिकी दर्ज किया गया है। तीनो को गिरफ्तार कर लिया गया है।।इसकी जानकारी एसडीएम राज माहेश्वरम ने दिया।
*क्या है मामला*
-गढ़वा जिले के मझिआंव सीएचसी रेफरल अस्पताल में मानवता के शर्मसार करने वाली एक घटना प्रकाश में आई है। मामला पलामू जिला के रजहारा के लहलहे गांव निवासी मनदीप विश्वकर्मा की 22 वर्षीय गर्भवती पत्नी मधु देवी के महिला के जन्मे बच्चे की मौत के बाद रेफरल अस्पताल के दाई के द्वारा जलते हुए कचरे के टैंक में फेंक दिया गया। गौरतलब है की लोहरपुरवा गांव निवासी हरि किशोर विश्वकर्मा की विवाहिता 22 वर्षीय पुत्री मधु देवी को प्रसव पीड़ा के पश्चात मझिआंव रेफरल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उसके पश्चात एएनएम निर्मला कुमारी एवं मंजू कुमारी के द्वारा 5 माह के मृत बच्चा का प्रसव 2:30 बजे देर रात्रि कराया गया। इसके पश्चात अस्पताल के एनएम के लापरवाही के साथ दाई दौलत देवी के द्वारा अस्पताल के कचरा निस्तारण हेतु बने गहरे टैंक में जलते हुए कचरे में मृत बच्चे को फेंककर मानवता को शर्मसार कर दिया। जबकि इधर नवजात मृत बच्चे के मामा गोलू कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि बच्चे का दाह संस्कार करने की तैयारी की जा रहे थी और बाजार में कपड़ा लेने गए हुए थे। इधर नाराज परिजनों ने अस्पताल की घोर लापरवाही का हवाला देते हुए बताया कि हिंदू रीति रिवाज के अनुसार मृत बच्चे को दाह संस्कार के लिए तैयारी की जा रही थी इसी बीच अस्पताल के एएनएम के द्वारा घोर लापरवाही के कारण मृत बच्चे को जलते हुए के कचरे में फेंक दिया गया।इधर इस संबंध में कार्यरत दोनों एनएम घटना के संबंध में बताने से आनाकानी की। अंततः उन दोनों एएनएम ने घटना को स्वीकार करते हुए कहा कि प्रसव के पश्चात मृत बच्चे को बगैर हम लोगों से पूछे दाई के द्वारा जलते कचरे के ढेर में फेंक दिया।
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