विशुनपुरा(गढ़वा)/राजु सिंह
विशुनपुरा प्रखंड मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर अमहर पँचायत के एक ऐसा टोला जहाँ आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी बिजली, पानी, सड़क, सौचालय जैसी मूल भूत सरकारी सुविधाओ से वंचित है।
पँचायत के पचहुवा टोला वार्ड नं 13 के ग्रामीण सरकारी सुविधाओ से वंचित होने पर वोट का बहिष्कार किया है।
अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों एवं सरकार के प्रति काफी आक्रोश ब्यक्त किया है।
इस टोले पर लगभग 40 घरों के लगभग एक सौ ग्रमीण रहते है.
ग्रामीण चंपा देवी, राधिका देवी, गिरजा देवी, पार्वती देवी, सपा देवी पुस्पा देवी, सविता देवी, फूला देवी, सरोजा देवी, आशा देवी, शांति कुंवर, सक्चन वियार, पड़ाका बियार, अवधेश बीयार, बिहारी बियार, सत्येंद्र बियार, शिवनाथ बियार, राजेंद्र बियार, संतोष बियार, शिवनाथ राम, महेन्द्र राम, वीरेन्द्र राम अर्जुन राम,रामजी राम, सखीचंद बियार, आशा देवी, सरोजा देवी,फूला देवी ने बताया कि जब तक पानी, बिजली, सड़क एवम सौचालय का सुविधा हमलोगों के टोला पर नही मिलेगी तब तक वोट का बहिष्कार करेंगे. चुनाव के समय आते ही कयी जनप्रतिनिधि वोट मांगने आते है. वोट के समय सरकारी सुविधा देने की वादा भी करते है. लेकिन जीत जाने के बाद कोयी नही आता है. हमसभी की परेशानी सिर्फ कहानी बन कर रह जाती है.
ग्रामीणों ने कहा कि समस्याओं को लेकर सम्बंधित विभाग एवं विधायक को भी आवेदन देकर अवगत कराया गया है. लेकिन किसी ने इसकी शुद्धि नही लिया.
वही यहाँ की नयी दुल्हन कृष्णा राम की पत्नी दुर्गा देवी ने बताया कि हमारी मैके में सारी व्यवस्था थी. लेकिन जब ब्याह कर आये तो यहाँ पर शौचालय, बिजली, पानी और सड़क की व्यवस्था नही है. खुले में शौच के लिये विवश है.
महिला सविता देवी ने बताया कि इस टोला पर सरकारी चापाकल अभी तक नही लगाया गया है. पानी के लिये काफी परेशानी होती है. जिसके बाद महिला समूह से कर्ज लेकर चापाकल का निर्माण कराया है. इस चापाकल से आस पास के लोग भी उपयोग करते है. किसी तरह मजदूरी कर कर्ज का पैसा भर रहे है.
वही ग्रामीणों ने कहा इस टोले पर पगडंडी सड़क है. सड़क नही बनने के कारण गर्भवती महिलाओं एवं मरीज को खटोली पर उठाकर लगभग 600 मीटर दूर मुख्य सड़क पर जाते है. बरसात के दिनों में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
ग्रामीणों ने बताया कि सरकारी सुविधा नही होने के कारण शादी करने से भी लोग कतराते है. शादी लगाने आये लोग वापस लौट जाते है.
ग्रामीणों ने बताया कि बेटे की व्याह लगाने में भी काफी परेशानी होती है. लोग अपनी बेटी की यहाँ पर ब्याह करने से कतराते है.
ग्रामीणों ने बताया की पँचायत राज के 13 वर्ष बीत गये. इतने वर्षों में प्रत्येक बार 3 नये मुखिया भी बने है. लेकिन किसी ने इस टोले की विकास के लिए आगे नही आये. यहाँ पर आजतक एक सरकारी चापाकल भी नही लगवाया गया.
ग्रामीणों ने बताया कि बिजली की समस्याओं को लेकर विभाग को कयी बार आवेदन दिये है. लेकिन अभी तक विभाग द्वारा कोयी कारवायी नही किया गया. किसी तरह सोलर लाइट के रोशनी में जीवन यापन कर रहे है. कभी कभी तो अंधेरा में रात गुजारनी पड़ती है. अंधेरी रात में विषैले जीव का भी भय बना रहता है. ग्रामीणों ने कहा कि यहाँ पर शौचालय का निर्माण नही कराया गया है. इसके कारण खुले में शौच के लिये विवश है.
इस सम्बंध में पूछे जाने पर विडिओ सतीश भगत ने कहा कि जनाकारी मिली है. ग्रामीणों को सरकारी लाभ दिया जाएगा.
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