महिलाओं का चरित्र हनन करने पर उतारू है पूर्व विधायक, पूर्व विधायक के नज़र में सार्वजनिक जीवन में योगदान देने वाली महिलाएँ चरित्रहीन है। लगातार महिलाओं का अपमान कर रहे हैं पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी – झामुमो
गढ़वा/हिंदुस्तान की आवाज़
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं ने होटल रोयल पद्मावती में प्रेस वार्ता आयोजित कर विगत दिनों पूर्व विधायक सतेंद्र नाथ तिवारी के द्वारा दिए गए बयान पर आपत्ति जताते हुए ज़ोरदार हमला बोला है। केंद्रीय प्रवक्ता धीरज दुबे ने कहा कि विगत दिनों उनके द्वारा दिए गए महिला विरोधी बयान पर पूरे ज़िले की महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन कर उनसे पूछा था कि वे कौन महिलाएँ है जो राँची के फ़्लैट में जाकर सोती है तथा किसके फ़्लैट में जाकर सोती है? महिलाओं के ख़िलाफ़ अभद्र टिप्पणी के एक सप्ताह बाद पूर्व विधायक को सफ़ाई देने का याद आया लेकिन अपने पक्ष में बोलने के लिए उनके पास कुछ भी नहीं था तो पुनः उन्होंने महिलाओं की तुलना राक्षसों से कर डाली. पूर्व विधायक सत्येन्द्र नाथ तिवारी गढ़वा-रंका विधानसभा में मुद्दों पर राजनीति नहीं कर पा रहे हैं इसलिए वह बेतुका बयानबाजी कर सुर्ख़ीयों में रहना चाहते हैं. गढ़वा में हो रहे विकास कार्यों को देखकर वह मुद्दा विहीन हो गए हैं परिणामस्वरूप व्यक्तिगत लांछन लगाकर महिलाओं तथा अन्य लोगों का चरित्र हनन करने का प्रयास कर रहे हैं. पूर्व विधायक सत्येन्द्र नाथ तिवारी अपने 10 वर्ष के कार्यकाल में विधायक कोटा की राशि डकार गए, उक्त राशि की एक भी योजना धरातल पर नहीं उतरी, अगर योजना धरातल पर उतरी है तो पूर्व विधायक दिखा दें हम राजनीति से संन्यास ले लेंगे. पूर्व विधायक के कार्यकाल में जनता मूलभूत सुविधाएँ सड़क, पानी, बिजली, नली, गली के लिए तरसती रही. जन प्रतिनिधि होने के बावजूद वह मुँह छुपाकर विधानसभा से दूर पड़े रहते थे. चुनाव हारने के बाद एक कुशल विपक्ष की भूमिका निभाने के बजाय वह मदारीपन पर उतारू हो गए हैं. उन्हें तो भारतीय जनता पार्टी के ही अन्य नेता अब विपक्षी नज़र आने लगे हैं. वह उनका भी तिरस्कार करने में पीछे नहीं हटते. पूर्व विधायक सत्येन्द्र नाथ तिवारी इतने बड़े ठग है कि अपने दस वर्ष के कार्यकाल में तो जनता को ठगा ही बल्कि 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने अपनी पार्टी को भी ठगने का काम किया था. उनकी पूरी राजनीति झूठ, अफ़वाह और षड्यंत्र पर टिकी हुई है.
महिला मोर्चा अध्यक्ष रेखा चौबे ने कहा कि पूर्व विधायक सत्येन्द्र नाथ तिवारी लगातार सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन में सक्रिय महिलाओं पर घटिया टिप्पणी कर उनका चरित्र हनन करने का कोशिश कर रहे हैं. सार्वजनिक जीवन में महिलाओं की सक्रियता उन्हें रास नहीं आ रही है इसीलिए लगातार वह अमर्यादित बयानबाजी कर रहे हैं. उनके द्वारा महिलाओं पर ओछी टिप्पणी कर चरित्र प्रमाण पत्र देना यह दर्शाता है कि वह मानसिक विक्षिप्त हो चुके हैं और उन्हें मनोचिकित्सक से इलाज की आवश्यकता है. पूर्व विधायक सत्येन्द्र नाथ तिवारी रूढ़िवादी विचार के व्यक्ति है तथा पंचायत से लेकर जिला स्तर पर महिलाओं की राजनीति में सक्रियता पर बौखलाहट, उनकी महिला विरोधी मानसिकता को दर्शाता है.
गढ़वा प्रखण्ड के 20 सूत्री अध्यक्ष नीरज तिवारी ने कहा कि जिस क्षेत्र में उनका घर है वह भी अभाव का दंश झेलता रहा, पंचायत की सड़कें जर्जर थी, बिजली के लिए जनता त्राहि माम करती थी आज उस क्षेत्र का भी चहुंमुखी विकास हुआ है. बाबा खोण्हरनाथ मंदिर के सौंदर्यीकरण के साथ तोरणद्वार एवं पहुँच पथ का निर्माण तथा उस क्षेत्र के सभी पंचायत के जर्जर सड़कों का निर्माण मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के द्वारा कराया गया. कई जगहों पर हाई मास्ट स्ट्रीट लाइट लगायी गई. यह सब विकास कार्यों को देखकर पूर्व विधायक मानसिक संतुलन खो बैठे हैं. जब सत्येन्द्र नाथ तिवारी विधायक थे तब तिलदाग मोड़ पर गाँव के ही एक व्यक्ति पेट्रोल डीज़ल बेचा करते थे उनसे रैली में पूर्व विधायक के द्वारा पेट्रोल डीज़ल लिया गया था जिसका आज भी 1 लाख रुपया बकाया है इसी बीच उस व्यक्ति की हत्या करा दी गयी यह भी जाँच का विषय है.
झामुमो नेता सह करूआकलां के मुखिया नारद तिवारी ने कहा कि अन्नराज डैम से निकलने वाले नाहर का पक्की करन में पूर्व विधायक संवेदक के साथ साझेदार है. इस योजना में भी लूट मचाई गई है. बारिश कम होने की वजह से अन्नराज डैम का पानी को संरक्षित करके रखा गया है ताकि रबी फ़सल के समय किसानों को इसका लाभ मिल सके. इस मामले पर भी पूर्व विधायक अफ़वाह फैलाने का काम कर रहे हैं!
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