धुरकी(गढ़वा)/बेलाल अंसारी
झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हेदायतुल्लाह खान अपने तीन सदस्यीय टीम के साथ बुधवार को धुरकी पहुंची। धुरकी के खाला गांव जाकर वसीम सज्जाद नामक युवक की संदेहास्पद मौत की जांच की। इस दौरान उन्होंने वसीम सज्जाद के परिजनों व ग्रामीणों का ब्यान दर्ज किया उलेखिनीय है की वसीम सज्जाद की मौत सात अप्रैल को पुलिस हिरासत में हो गई थी इसकी शिकायत अल्पसंख्यक आयोग दर्ज कराई गई थी, इस मामले की जांच करने पहुंचे आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान ने पत्रकारों को बताया की जांच निष्पक्ष होगी,अभी वे लोग सभी गवाहों का बयान व सबूत इकट्ठा कर रहे है उसके बाद ही इसकी रिपोर्ट बनेगी उन सब का मकसद है कि इंसाफ होना चाहिए किसी भी तरह से पक्षपात न हो, सबूतों एवं गवाहों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी गवाहों का जो बयान रिकॉर्ड किया जा रहा है उसको कानूनी एक्सपोर्ट के माध्यम से रिपोर्ट बनाने में मदद ली जाएगी, इसके बाद ही आयोग सरकार को फाइल रिपोर्ट सौंपेगा।
*आरोपी इंस्पेक्टर के कार्यरत रहने से जांच प्रभावित**
अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले में पहला सवाल तो यह है कि जिस पुलिस निरीक्षक कृष्ण कुमार को इस मामले को आरोपी बनाया गया है उन्हे अभी तक ना तो निलंबित किया गया है नहीं अभी तक उन पर किसी तरह के कोई कार्रवाई की गई है बल्कि अभी वह इस जिले में ही पदस्थापित है इससे जांच भी प्रभावित हो रही है उन्होंने कहा कि एक वरीय पदाधिकारी की जांच एक जुनियर पदाधिकारी से कराई जा रही है या इस केस में पुलिस की मानसिकता दर्शाता हैं उन्होंने कहा कि उन लोगों ने जब आयोग की पहली बैठक की थी तो मामला संज्ञान में आया था संज्ञान में आते इस मामले की जानकारी उन लोगों ने अपने स्तर से विभाग से ली और उन्हें जो जानकारी मिली है उसके अनुसार स्थल निरीक्षण के दौरान मामला भिन्न पाया गया है उन्होंने मृतक के परिजन एवम घटना स्थल का भी निरीक्षण किया है वे लोग मृतक के परिवार को न्याय दिलाने का पूरा प्रयास करेंगे इसमें जो लोग दोषी होंगे उन पर निश्चित रूप से करवाई की जायेगी अल्पसंख्यक आयोग की इस टीम में अध्यक्ष के साथ सदस्य डॉक्टर तौसीफ,बरकत अली, भी उपस्थित थे इनके अलावा जिला कल्याण पदाधिकारी नीलेश कुमार मुर्मू, मुखिया महबूब अंसारी इस्लाम खान साबिर अंसारी कमलेश सिंह गोंड सहित अन्य लोग मौजूद थे
Advertisement