धुरकी(गढ़वा)/बेलाल अंसारी
धुरकी थाना क्षेत्र में जंगली हाथियों का आतंक जारी है। थाना क्षेत्र अंतर्गत अंबाखोरेया पंचायत के केतमा गांव निवासी 45 वर्षीय इंद्रदेव सिंह को जंगली हाथियों ने पटक पटक मार दिया। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में लोगों में दहशत है। मृतक अपने भूले हुए भैंस को खोजने के लिए मंगलवार को माछपानी के पुसुदाग के जंगल की ओर गया था। इस दौरान वह हाथियों के झुंड के चपेट में आ गया। अकेला पाकर जंगली हाथियों ने इंद्रदेव सिंह पर प्रहार कर दिया तथा पटक पटक कर मार डाला। हाथियों के हमले में उसका शव क्षत विक्षत हो गया था। परिजनों ने सोचा कि वह जंगल में भैंस खोजने गए है। काफी देर बाद भी घर नही पहुंचने पर खोजबीन किया जाने लगा। इस दौरान मृत अवस्था मे वह जंगल मे पाया गया। जिसकी सूचना धुरकी पुलिस और वन अधिकारी को दिया गया।
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वही अम्बाखोरेया चौराहे पर लगभग दो से तीन सै ग्रामीणों ने लाश के साथ धरना प्रदर्शन किया।
वन विभाग के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए आक्रोशित लोग 5 लाख रुपये की मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग कर रहे थे। इधर धरना स्थल पर अंचल अधिकारी जुल्फिकार अंसारी और थाना प्रभारी संतोष कुमार रवि फॉरेस्टर प्रमोद कुमार के साथ पहुंचे। इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि इसके पूर्व में भी कई ऐसे मवेशी जंगली हाथी के चपेट में आ गए हैं। जबकि वन विभाग के अधिकारी कान में तेल डालकर सोए हैं। सभी ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि जब तक मुआवजे का भुगतान नहीं होता है, तब तक हम लोग धरना पर बैठे रहेंगे। साथ ही शव को भी नहीं उठाने देंगे।
इधर वन विभाग के प्रमोद कुमार ने मृतक के परिजन को दाह संस्कार के लिए दस हजार रुपए दिया और विभागीय मुआवजा शीघ्र भुगतान का आश्वाशन दिया। जिसके बाद
थाना प्रभारी ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल गढ़वा भेज दिया है।
हाथियों का आतंक इस क्षेत्र में लगातार जारी है। फसल, मकान सहित अन्य नुकसान की घटना लगातार सामने आती रही है।
इस मौके पर मुखिया प्रतिनिधि हरिलाल सिंह, बीडीसी कृष्ण कुमार सिंह, मुखिया महबूब अंसारी, सांसद प्रतिनिधि सुदर्शन गुप्ता, विधायक प्रतिनिधि अखिलेश यादव सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।
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