हिंदुस्तान की आवाज/उपेंद्र कुमार
साइबर ठगों ने ठगी के लिए एक और नया तरीका अपना लिया है। पीएम किसान का लिंक भेजकर लोगों को अपना शिकार साइबर ठग बना रहे हैं। पीएम किसान योजना में रजिस्ट्रेशन को लेकर लोगों के वाट्सएप और ग्रुप में एक लिंक भेजा रहा है। Apk फॉर्मेट में भेजे जा रहे इस लिंक को खोलने के बाद डाउनलोड का ऑप्शन आता है। डाउनलोड करते ही आपका मोबाइल हैक हो सकता है। मोबाइल में मौजूद तमाम डाटा साइबर क्रिमनिल के पास चला जाता है। यहां तक कि आपका वाट्सएप सहित अन्य एप्प का एक्सेस भी लोगों के पास नही रहता।
ऐसा ही कुछ मामला गढ़वा में देखने को मिला है। गढ़वा के एक व्यक्ति ने जैसे ही पीएम किसान वाला लिंक ओपन किया उसका मोबाइल हैक हो गया। वाट्सएप सहित अन्य एप्प का एक्सेस उनके पास नही रहा। साइबर ठग द्वारा उनके वाट्सएप से कई जगह मैसेज भी किया गया। लोगों को इससे सावधान रहने की जरूरत है। आजकल मोबाइल में बैंकिंग के अलावे पर्सनल डाटा सेव रहता है। साइबर ठग लोगों के बैंक अकाउंट से पैसे निकालने के साथ पर्सनल डाटा का उपयोग कर ब्लैकमेल कर सकते हैं।
वही इस संबंध में श्री बंशीधर नगर के डीएसपी सत्येंद्र नारायण सिंह ने कहा की लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। ग्रुप और वाट्सएप सहित अन्य सोशल मीडिया में भेजे गए अनवांछित लिंक या एप्प को ओपन करने से बचना चाहिए। पीएम किसान या किसी भी सरकारी योजनाओं की पूर्ण जानकारी ऑफिशियल वेबसाइट पर उपलब्ध होती है। कोई व्यक्ति साइबर ठग का शिकार होता है तो तत्काल अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराएं।
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