सगमा(गढ़वा)। धुरकी थाना क्षेत्र के चैनपुर गांव में दो भाइयों के बीच की लड़ाई में कुँए को ध्वस्त कर दिया गया है। जिससे सिचाई कार्य बाधित हो गया है। गांव के बचऊ कुशवाहा और भोला कुशवाहा के बीच आपसी विवाद चल रहा था। इसी दौरान सिचाई वाली कुआँ को भोला कुशवाहा और उसके पुत्र रामगोविंद कुशवाहा के द्वारा 27 जून बचऊ कुशवाहा के गैर-मौजुदगी में जेसीबी लगाकर ध्वस्त कर दिया गया।
बचऊ कुशवाहा और भोला कुशवाहा सगे भाई है। दोनों भाइयों के सहमति से कई वर्ष पहले सिचाई करने के लिए पक्के कुआँ निर्माण किया गया था। उसी कुँए से दो बीघा जमीन सींचकर फसल उगाते थे। कुआं ध्वस्त होने से बचऊ कुशवाहा और उनके सात लड़को का सिचाई कार्य पूरी तरह से बाधित हो गया है। वही पटवन नही होने से लगाए गए लौकी, मूंग की फसल बर्बाद हो रहा है। साथ ही खरीफ की फसल बुआई का काम भी पूरी तरह से बाधित हो गया है।
Advertisement
इस संबंध में जानकारी देते हुए बचऊ कुशवाहा के पुत्र नंदकिशोर कुशवाहा ने बताया कि धुरकी थाना को आवेदन भी दिया गया है। पुलिस द्वारा स्थल की जांच भी किया गया है। लेकिन अभी तक कोई का कानूनी कारवाई नही किया गया है।
वही भोला कुशवाहा के पुत्र रामगोविंद कुशवाहा से पूछे जाने पर बताया कि कुआँ काफी जर्जर हो चुकी थी। साथ ही कुआँ से एक दो बार जान माल की क्षति हो चूंकि है। इसी कारण से कुआँ को भर दिया गया है।
इस दौरान उपस्थित प्रमुख अजय साव से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि स्थल को देखने के बाद और ग्रामीणों के बताने के अनुसार इस कुआँ से सिचाई अच्छी- खासी हो जाती थी, लेकिन कुआँ को भरने से सिचाई कार्य बाधित हो गया है। उन्होंने आपसी सहमति से विवाद को सुलझाते हुए फिर से कुँए की मिट्टी निकलवाने की बात दोनों पक्षो से की है।
मुखिया प्रतिनिधि अशोक राम ने कहा कि कुआं को भरने की सूचना पर स्थल का जायजा लिया जिसमे बात सही पाई गई है।
क्या कहते है ग्रामीण
ग्रामीण दिनेश ठाकुर, रामचंद्र पासवान, नगीना राम सहित कई लोगो ने बताया कि यह कुआँ दोनों भाईयों की सार्वजनिक जमीन में था।जिसे भर दिया गया है। जिसके कारण फसल बर्बाद हो रही है।
मौके पर उपस्थित निर्पत यादव, रामस्वरूप कुशवाहा, अशोक गोड़, अजय गोड़, रामचंद्र भुईया, मोहन कुशवाहा, अशोक कुशवाहा, डब्लू शर्मा, सुखाडी कुशवाहा, सुरेश कुशवाहा, बिजय कुशवाहा, ललन कुशवाहा, रामकुमार कुशवाहा, काशीनाथ, उदय कुशवाहा, उपेंद्र, नागेंद्र ,विकेश, नंदकिशोर कुशवाहा, त्रिबेनी कुशवाहा, रामऔतार कुशवाहा, रामनाथ कुशवाहा, दीनदयाल कुशवाहा, अनिल ,ललित, पंकज ,सुनील राम, गोबिंद रामानंद ,देवानंद कुशवाहा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
Advertisement