भवनाथपुर(गढ़वा)/जुल्फिकार
प्रखंड के मकरी पंचायत अंतर्गत गड़ेरियाडीह टोला में बिजली विभाग द्वारा लगाया गया पोल और तार खोलकर बिजली मिस्त्री द्वारा बेच दिए मामला प्रकाश में आया है। हालांकि इस मामले में विभाग द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नही की गई है। जिससे आमलोगों में आक्रोश है। ग्रामीण अरुण पाल, नंदलाल पाल, बृजमोहन पाल, रामकेश पाल, दिवाकर पाल, जहीम शेख, मिठ्ठू पाल, भोला पाल, अमरनाथ पाल, गनौरी पाल, निर्भय पाल, सतेंद्र पाल, मणिभूषण पाल, दिलशाद अंसारी, सतीश पाल, ऋतिक रंजन, मानरूप पाल, रहमान शेख, नंदू पाल, मुखलाल पाल सहित अन्य ग्रामीणों ने कहा कि बीते 17 जून को कामेश्वर साह के पिकअप वाहन से धक्का लगने से पोल और तार क्षतिग्रस्त हो गया था। उसके अगले ही दिन बिजली मिस्त्री द्वारा बगैर विभाग के सूचना दिए ही पोल और तार को खोलकर गांव के ही एक व्यक्ति से बेच दिया गया। हमलोगों द्वारा इसकी शिकायत जेई और एसडीओ से किया गया, लेकिन कोई संतोषप्रद जबाब नहीं मिला। जिसके बाद विभाग के महाप्रबंधक को भी इसकी जानकारी दिया गया। शिकायत के बाद आनन-फानन में बिजली मिस्त्री के द्वारा कहीं से लाकर जर्जर तार के सहारे पोल को खड़ा किया गया। साथ ही बिजली बहाल की गई। लेकिन किसी उपभोक्ताओं के घर में तार नहीं खींचा गया। हमलोग खुद से पोल से तार खींचकर बिजली जला रहें हैं। लेकिन जर्जर तार कब तक लोड सहन करता है, इसका कोई पता नहीं है। ग्रामीणों ने कहा कि विभाग द्वारा किसी तरह से खींच-खांच के बिजली बहाल तो कर दिया पर दोषी बिजली मिस्त्री की कार्यप्रणाली की जांच नहीं किया गया। जबकि महाप्रबंधक ने विद्युत आपूर्ति क्षेत्र के महाप्रबंधक सह मुख्य अभियंता मेदिनीनगर और विद्युत अधीक्षण अभियंता गढ़वा को पत्रांक-474, दिनांक 18 अगस्त 22 को पत्र लिखकर जांचोपरांत दोषी के खिलाफ कारवाई करने का आदेश दिया था। लेकिन अब तक कोई कारवाई नहीं की गई है। जिससे जाहिर है कि इस बिजली मिस्त्री के साथ पदाधिकारियों की भी मिलीभगत है। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दोषी बिजली मिस्त्री के खिलाफ कारवाई नहीं की जाती है तो हमलोग आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएंगे।
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