भवनाथपुर(गढ़वा)/जुल्फिकार
प्रखंड में पीएम आवास योजना में सम्बंधित विभाग के कर्मियों के मिलीभगत से बड़े पैमाने फर्जी कार्य के बदले पैसा उगाही का मामला सामने आया है। यह मामला भवनाथपुर प्रखंड अंतर्गत पंडरिया पंचायत का है। जहां आदिम जनजाति के वर्षों पूर्व बने बिरसा आवास को दिखाकर प्रखंड कर्मियों की मिलीभगत से दलाल के द्वारा प्रधानमंत्री आवास की राशि की फर्जी निकासी कर ली गई।
क्या है मामला
भवनाथपुर प्रखण्ड के पंडरिया पंचायत में आधा दर्जन लाभुकों के पूर्व में बनाए गए बिरसा अवास को प्रखण्ड के कर्मी व दलाल के मिलीभगत से प्रधानमंत्री आवास दिखा कर पैसा निकाला गया। लाभुक रामचंद्र कोरवा, बुधनी कुंवर, अनिल कोरवा, चैनी कुँवर, लखन कोरवा, श्यामलाल कोरवा को पूर्व में बिरसा आवास मिला था। इनलोगो के नाम से प्रधानमंत्री आवास आया तो दलाल व प्रखण्ड कर्मी के मिलीभगत से पुराने बिरसा आवास को रंग पेंट कर व अल्बेस्टर लगा कर लाखो रुपये का उगाही किया गया। जबकि की सरकार के द्वारा आदिम जनजाति परिवार को अधिक से अधिक योजना का लाभ देकर उनकी भविष्य को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं प्रखण्ड कर्मी दलाल के माध्यम से आदिम जनजाति के अशिक्षित होने के फायदा उठाते हुए सरकारी पैसा के उगाही करने में लगे हुए हैं। इस संबंध में पूछे जाने पर स्वयंसेवक उपेंद्र दास ने कहा कि मुझे जानकारी नहीं है। वहीं इस संबंध मे रोजगार सेवक तहमीद अंसारी ने भी बताया कि मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नही है।
क्या कहते हैं कॉर्डिनेटर
प्रधानमंत्री आवास के प्रखण्ड कोर्डिनेटर सिराज अहमद ने कहा कि हम विश्वास करके लाभुक के खाता में पैसा डाल देते हैं। मुझे इसकी जानकारी नही है। जबकि सरकार का आदेश है कि पैसा डालने से पहले आवास निर्माण कार्य को देख कर ही पैसा डालना है।
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