रमना(गढ़वा)/राहुल कुमार
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लोक आस्था का महापर्व छठ नहाय खाय के साथ शुक्रवार से शुरू हो गया। पहले दिन व्रतियों ने सुबह में नदी व अन्य पवित्र स्थानों पर स्नान किया। इसके बाद भगवान भाष्कर को जलार्पित किया। इसके उपरांत नेम निष्ठा के साथ स्वच्छतापूर्वक अरवा चावल का भात व कद्दू की सब्जी बनाकर ग्रहण किया। इसी के साथ चार दिनी सूर्योपासना का महापर्व छठ प्रारंभ हो गया।शनिवारी को छठव्रती घाट जगाने के साथ शाम में खरना करेंगी। रविवार को छठ घाटों पर पहुंचकर छठव्रती अस्ताचलगामी सूर्य भगवान को अर्घ्य देंगे।सोमवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ महापर्व संपन्न हो जाएगा।
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इधर रमना प्रखंड मुख्यालय व ग्रामीण क्षेत्रों में छठ पर्व को ले को विशेष उत्साह देखा जा रहा है। व्रतियों के स्वजन फल व पूजा सामग्री की अंतिम रूप से खरीददारी करने में दिनभर जुटे रहे। जगह-जगह बज रहे छठ गीतों से पूरा प्रखंड भक्तिमय हो गया है।पूजा समाग्री और आवश्यक समाग्रीयों के दामों मे तीस से चालिस प्रतिशत की मूल्य वृद्धि के बावजूद छठ पूजा सामग्रियों की बिक्री महंगाई मे इजाफा देखा जा रहा है।इधर वर्तियों के सुविधा के लिए मुख्यालय के लउंगा नदी और रमना पंचायत सचिवालय के समीप गंगा तालाब छठ घाट पर आयोजन समिति के पदाधिकारी और सदस्यों के द्वारा रात दिन मेहनत कर दुलहन की तरह सजाया जा रहा है।टेंट,साउंड और लाईट की व्यवस्था अंतिम चरण मे है।इसके अलावे बहीयार कला के कजरी नदी,बहीयार खुर्द और टंडवा के बाकी नदी,कर्णपुरा और मड़वनिया के सुखड़ा नदी,गम्हरिया के जिरुआ जलाश्य के साथ बुलका,भागोडीह व हरादाग कला के विभिन्न जलाश्यों पर तैयारी पुरी कर ली गई।इधर छठ वर्त को लेकर रमना थाना पुलिस भी सक्रिय है।मुख्य पथ सहीत सभी संवेदनशील स्थानों पर गस्ती तेज कर दी है
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