भवनाथपुर(गढ़वा)/जुल्फिकार
प्रखण्ड अंतर्गत ढेकुलिया में सरकारी वृक्षारोपण योजना से लगे पौधे और जाली घेराव को दबंगई के बल पर उखाड़ कर फेंक दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में योजना के लाभुक सुजीत सिंह ने बीडीओ को आवेदन दे कर कारवाई करने की मांग किया है। लाभुक अनुसार बीडीओ द्वारा अब तक कोई कारवाई नही किया गया। जानकारी देते लाभुक सुजीत सिंह ने बताया की सरकार के अति महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा के तहत 2020-21 में 3 लाख 73 हजार के लागत से ढेकुलिया टोला में अपने निजी जमीन में वृक्षारोपण का कार्य कराया गया था। उसके बाद लाभुक के चाचा विकेश सिंह के द्वारा उक्त जमीन को केतार थाना क्षेत्र के बांसडीह कला निवासी मनोज राम से नियम विरुद्ध बेच दिया। जिसमें क्रेता और बिक्रेता द्वारा योजना स्थल में लगे पेड़-पौधा सहित जाली को दबंगई के बल पर उजाड़ कर फेंक दिया गया। वहीं जमीन कब्जा करने को लेकर दर्जनों मजदूर लगा कर उस मे चार दिवारी का कार्य कराया जा रहा है। जिसकी शिकायत लाभुक के द्वारा दो दिन पूर्व बीडीओ जयपाल महतो से किया गया। जिस पर बीडीओ ने बीपीओ और रोजगार सेवक को योजना स्थल पर भेजा था। उक्त कर्मियों ने योजना स्थल पर जा कर चारदीवारी का हो रहे कार्य को बंद करने का निर्देश दिया था। इसके वावजूद विक्रेता के सह पर क्रेता द्वारा कर्मियों के निर्देश का अवहेलना करते हुए चारदिवारी का निर्माण जारी रखे हुए हैं। जिसे लेकर लाभुक दुबारा बीडीओ को लिखित आवेदन देकर चाचा बिकेश सिंह और जमीन क्रेता मनोज राम पर कारवाई की मांग किया है। लेकिन बीडीओ द्वारा अब तक कोई कारवाई नही किया गया। आपको बता दे कि लाभुक की भूमि सीएनटी एक्ट के तहत आती है। इसके बावजूद क्रेता द्वारा खरीदा गया। जब कि यह नियम विरुद्ध है। इस संबंध में जमीन खरीदार मनोज कुमार ने बताया की हम एग्रीमेंट के तहत लाला सिंह उर्फ़ विकेश सिंह से 4 लाख रुपये में दस कट्ठा जमीन खरीदे है। हमने पेड़-पौधे को नहीं उखाड़ा है। इस मामले में पूछे जाने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी जयपाल महतो ने कहा की जाँच करवाई जा रही है। जो भी जाँच में दोषी पाए जाएंगे, उनपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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