भवनाथपुर(गढ़वा)/जुल्फिकार
गढ़वा जिला विधिक सेवा प्राधिकार केे तत्वाधान मेंं विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन भवनाथपुर प्रखंड कार्यालय के प्रशाल में रविवार को किया गया। इस अवसर पर नगर उंटारी के अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी अमित खन्ना मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। श्री खन्ना ने अपने संबोधन में कहा कि जनता के हित में बहुत सारे कानून हैं उसकी जानकारी लोगों को होनी चाहिए। इसके लिए गढ़वा न्यायालय परिसर में इसका कार्यालय है जहां कानून के विशेषज्ञ लोग बैठते हैं जो कानून की जानकारी देते हैं और निशुल्क कानूनी सहायता भी प्रदान करते हैं। समाज में बहुत लोग अंधविश्वास से ग्रसित हैं क्योंकि उन्हें शिक्षा का अभाव है इस कारण देहातों में डायन भूत सहित अन्य को प्रथाएं हैं जो बिल्कुल गलत है। हम लोगों को जागरूक होने की जरूरत है और डायन भूत पर विश्वास नहीं करना चाहिए। प्रखंड विकास पदाधिकारी जयपाल महतो ने अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी सहित अन्य अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने जनता से अनुरोध किया की अगर कोई समस्या है तो कानून अपने हाथ में नहीं लें और अपनी समस्या को प्रशासन के समक्ष रखें। सुरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि आप लोग डायन प्रथा पर विश्वास नहीं करें। समस्या हो तो गढ़वा जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यालय में आवे जहां हम लोग निशुल्क कानूनी मदद करेंगे। अधिवक्ता मनोज कुमार चौबे ने कहा कि अंधविश्वास पर ध्यान नहीं दें और आपस में झगड़ा झंझट भी नहीं करें। भवनाथपुर अंचल के पुलिस निरीक्षक चंदन कुमार सिंह ने जनता को आश्वस्त किया कि आप लोगों को तंग करता है या आप पर अत्याचार करता है तो आप बेइज्जत थाना परोहा में जहां आपको तत्काल मदद करूंगा और जरूरत के अनुसार कानूनी दंड भी दूंगा। आप अपना मनोबल नहीं गिरावै। पुलिस जनता की प्रहरी है और आपको पूरी मदद दी जाएगी।
कार्यक्रम के दौरान सरकार की ओर से जरूरतमंद 200 लोगों के बीच अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी के हाथों कंबल दिए गए। दो व्यक्तियों को पेंशन की स्वीकृति दी गई और मकरी की महिला समूह को 10 लाख रुपए का चेक दिया गया। इस कार्यक्रम में प्रखंड प्रमुख शोभा देवी उपप्रमुख प्रवीण टोपा अंचल पदाधिकारी रमाशंकर श्रीवास्तव थाना प्रभारी सतीश कुमार महतो विश्व त्रि अध्यक्ष इंद्रदेव बैठा बीपीओ दयानंद प्रजापति उद्योग समन्वयक रवि कुमार रोजगार सेवक तहमीद अंसारी सहित अन्य सरकारी कर्मचारी और बड़ी संख्या में महिला पुरुष उपस्थित थे। मंच का संचालन जयराम ने किया।
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