किसके संरक्षण में चल रहा है अंतर्राज्यीय अवैध शराब का कारोबार ?
श्री बंशीधर नगर(गढ़वा): झारखंड के गढ़वा जिले खासकर श्री बंशीधर अनुमंडल में अंतर्राज्यीय अवैध शराब का कारोबार खूब चल रहा है। यूपी की अवैध शराब बिक्री से जहां झारखंड सरकार को प्रतिदिन लाखों रुपये राजस्व का नुकसान हो रहा है। वहीं आबकारी विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा हो रहा है।
जानकारी के अनुसार अवैध शराब की बिक्री पर लगाम लगाने के उद्देश्य से झारखंड सरकार नये सत्र से स्वयं शराब बेच रही है। इसके बावजूद यूपी के सोनभद्र जिले से झारखंड के विभिन्न जिलों में अवैध शराब की तस्करी धड़ल्ले से की जा रही है। जिससे झारखंड की शराब कम बिक रहा है। पीने वाले लोग यूपी के शराब से गला तर कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि मात्र 12 किमी दूर यूपी बॉर्डर पर सस्ती शराब बिकने के कारण शराब की तस्करी में जुटे लोग बेखौफ होकर इस धंधे में जुट गये हैं। यूपी में झारखंड की अपेक्षा शराब पर टैक्स कम होने के कारण शराब माफिया यूपी की ओर रुख कर गये हैं। वे दिन के उजाले में गढ़वा जिले में शराब बेच रहे हैं।
चिंताजनक बात यह है कि श्री बंशीधर नगर सहित आसपास के गांव के युवा इस अवैध धंधे की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। उन्हें कम समय में ज्यादा पैसा कमाने का हवस हो गया है। ठोस कार्रवाई नहीं होने पर गांव का माहौल बिगड़ने का अनुमान है।
ऐसे पहुंचाई जाती है यूपी का शराब
ग्रामीण क्षेत्रों के गांव-गांव में यूपी की अवैध शराब की बिक्री तेजी से हो रही है। इसे बेचने वाले गांव तक पहुंचाने के लिये युवा दुकान खोलने के बाद 2 से 3 किलोमीटर तक बाईक में झुंड बनाकर अधिक मात्रा में शराब ले जाते हैं और चौक चौराहों में ग्राहकों की तलाश करते हैं। सूत्रों की मानें तो हर गांव में आधा दर्जन से ज्यादा नवसिखुआ युवा शराब बेचने में शामिल हैं।
कार्रवाई के नाम पर आईवास कर रहा है विभाग
उल्लेखनीय है कि श्री बंशीधर नगर में मंगलवार की रात आबकारी विभाग के द्वारा अवैध शराब बेचने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने का दिखावा किया गया। बाजार में की जा रही चर्चा के मुताबिक शराब कारोबारियों के साठगांठ वाले लोगों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की गई और जिन लोगों के पास शराब बरामद नहीं हुआ उनलोगों के विरुद्ध कार्रवाई की गई।