भवनाथपुर(गढ़वा)। स्थानीय सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में शनिवार को दादा-दादी और नाना-नानी सम्मान समारोह का आयोजन किया गयाl
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि दामोदर सिंह और उनकी पत्नी देवता देवी ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कियाl इस दौरान 70 से अधिक वृद्धों की पूजा उनके पोते-पोतियां और नाती-नातिन ने पांव धोकर और आरती उतार कर किया। नन्हे बच्चों द्वारा किया गया यह पूजा और सम्मान स्कूल में हुए कार्यक्रम में सबसे खास रहा। क्योंकि एक साथ 70 से अधिक वृद्धों को सनातन संस्कृति के अनुसार सम्मान दिया गया। इसके बाद बच्चों ने अपने दादा-दादी और नाना-नानी का आशीर्वाद भी लिया। स्कूल के इस कार्यक्रम को लेकर बच्चे भी उत्साहित दिखे। बच्चो द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। मौके पर मौजूद मुख्य अतिथि ने कहा कि भारत का प्राचीन इतिहास भी यही रहा है कि बच्चों को ये संस्कार दिया जाए की वो अपने वृद्धों का सम्मान करना सीखे। सरस्वती शिशु विद्या मंदिर एक ऐसा संस्थान है जो इस संस्कार को बनाए रखने में देश भर में काम कर रहा है। विद्यालय के संरक्षक राजमनी चौबे ने बताया कि हर घरों में ऐसे संस्कार अगर बच्चों को दिया जाता है तो उस घर के बच्चे एक वक्त पर उदाहरण पेश करते है। अंत में विधालय के प्रधानाचार्य ब्रजेश कुमार सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में स्कूल के सभी आचार्य, दीदी और कर्मचारी बंधु-भगिनी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।